Tag «Antarvasna hindi story»

शीला की जवानी-20

मैं और शीला जब नैंसी-संधू के घर पहुंचे तो वो लोग हमारा इंतज़ार ही कर रहे थे। संधू उसी मुक्तसरी कुर्ते पायजामें में था। नैंसी ने झीनी मैक्सी पहनी हुई थी। नैंसी की चूचियों के गुलाबी निप्पल मैक्सी में से साफ़ दिखाई दे रहे थे। नमस्ते-नमस्ते के बाद मैं संधू के पास सोफे पर बैठ …

शीला की जवानी-21

संधू शीला की एक चुदाई कर चुका था, और बाहर आ कर दूसरा पेग लगा कर शीला की दूसरी चुदाई की तैयारी में था। कड़क जवान शीला दूसरी चुदाई के इंतजार में टांगें उठाए अंदर ही लेटी हुई थी। पांच-सात मिनट के बाद संधू ने अपना पैग खत्म किया, और वापस कमरे में जाने के …

शीला की जवानी-22 (अंतिम भाग)

चुदाईयों से फारिग हो कर सब हॉल में बैठे थे। अंदर संधू और ज्योति के चुदाई चल रही थी। शीला चूत में उंगली करने लगीI नैंसी को घोड़ी की तरह चूतड़ पीछे करके खड़े देख कर मेरा लंड फुंफकारे मारने लगा। नैंसी के बड़े-बड़े चिकने चूतड़ों से मेरी नजर ही नहीं हट रही थी। वैसे …

मुकुल कुलश्रेष्ठ – ज़िप रिपेयर करने वाले लड़कों से चुदाई – भाग 2

एक तो अशोक को भी टाइट गांड को रगड़ने का मजा आ रहा था, दुसरे भावना ने भी यही कहा था, “जीजी को आज तारे दिखादे। बस गांड में लंड आराम से बिठाना – जीजी की गांड कुंवारी है। एक बार तेरा लंड जीजी की गांड में बैठ गया तो फिर मत रुकना “। वही …

मेरी मौसी और मेरी मौसेरी बहन काजल – भाग 4

मौसी सात बजे के बाद ही कपूर अंकल के घर से आयी। आते ही अपने कमरे में चली गयी और फिर करीब आठ बजे बाहर आयी – मैक्सी डाले हुए। आते ही सोफे पर पसर गयी। टांगें बीच पड़े सेंटर टेबल पर रख दीं और टीवी चालू कर दिया। मौसी ने मेरी तरफ देखा और …

शीला की जवानी- 7

दस मिनट की एक और चुदाई के बाद ज्योति भरजाई की चूत फिर पानी छोड़ गयी, मगर मेरा लंड खड़े का खड़ा था। ज्योति झड़ चुकी थी। मेरा खड़ा लंड ज्योति की चूत में ही था। ज्योति को लगा कि मैं लंड चूत में से निकाल लूंगा, और कुछ देर बाद फिर से चुदाई करूंगा। …

शीला की जवानी- 8

जब ज्योति को इस ख़ास कंडोम की ख़ास बनावट समझ में आ गयी, तो उसने आगे से इसी कंडोम के साथ चुदाई का मन बना लिया। आखिर बुराई भी क्या थी कंडोम चढ़ा कर चुदाई करवाने में अगर चूत में बढ़िया रगड़े लगती हों, और चुदाई का मजा दोगुना-तिगुना हो जाता हो। आखिरकार दाल को …

शीला की जवानी-9

कंडोम की खासियतें देख कर ज्योति चुदाई के लिए बेचैन थी। मैंने लंड ज्योति को चूत के छेद पर रखा, और फचाक के अंदर डाल दिया। लंड पर चढ़े कंडोम ने अपना जलवा दिखाया, और ज्योति के मुंह से एक मस्ती भरी सिसकारी निकली “आह जीते, क्या लंड है तेरा।” मैंने ज्योति को पीछे से …

मेरे चारों बच्चे मेरी जान-12

मुझे बेहद मज़ा आया। अखिल ने कहा, “चल कुतिया आजा, घुटनों के बल हमारे नीचे बैठ जा। और अपने हाथ और जीभ कुतिया जैसे कर ले।” मैंने अपने हाथ को कुतिया जैसा सामने कर लिया, और जीभ खोल कर उनके लौड़े के नीचे आ गयी। मुझे लगा वो अब मुठ मार कर अपना वीर्य मेरे …

मेरे चारों बच्चे मेरी जान-13

थोड़ी देर बाद चारों बच्चे और नौकरानी मेरे कमरे में ही नाश्ता वग़ैरह लेकर आये। आरती और अभिनव आकर मेरे पास बिस्तर में चढ़ गए और मुझसे पूछने लगे कि मेरी तबियत कैसी थी और मुझे प्यार करने लगे। अभिषेक और अखिल सामने खड़े होकर मुस्कुरा रहे थे। वो दोनों भी आकर मेरे पास बैठ …