Tag «chudai ki kahani hindi me»

मैंने पहली बार गांड मरवाई

मेरा नाम मोनू हैं। मैं गुड़गांव का रहने वाला हूं। मुझे लंड बहुत पसंद है। एक बार मैं गे डेटिंग ऐप चला रहा था, तो एक का मैसेज आया कि मिलोगे, तो मैंने हा कर दी। सॉरी मैं उसका नाम बताना भूल गया। उसका नाम मोहित था। मैंने हा कर दी तो वो बोला, “आ …

शीला की जवानी-20

मैं और शीला जब नैंसी-संधू के घर पहुंचे तो वो लोग हमारा इंतज़ार ही कर रहे थे। संधू उसी मुक्तसरी कुर्ते पायजामें में था। नैंसी ने झीनी मैक्सी पहनी हुई थी। नैंसी की चूचियों के गुलाबी निप्पल मैक्सी में से साफ़ दिखाई दे रहे थे। नमस्ते-नमस्ते के बाद मैं संधू के पास सोफे पर बैठ …

मुकुल कुलश्रेष्ठ – हंसमुख रंगीला साहिल – भाग 3

साहिल मुकुल को चोद रहा था। साहिल ने मुकुल की कमर कस कर पकड़ी और लम्बे लम्बे हक्के लगाने लगा। मुकुल सिसकारियां ले रही थी बोल रही थी “आह आआह साहिल चोद मेरी गांड, सुजा दे इसे आज, फुला दे “। साहिल भी बोलने लग गया, “क्या चूतड़ हैं मैडम आपके, क्या गांड है। गद्देदार …

मेरी मौसी और मेरी मौसेरी बहन काजल – भाग 4

मौसी सात बजे के बाद ही कपूर अंकल के घर से आयी। आते ही अपने कमरे में चली गयी और फिर करीब आठ बजे बाहर आयी – मैक्सी डाले हुए। आते ही सोफे पर पसर गयी। टांगें बीच पड़े सेंटर टेबल पर रख दीं और टीवी चालू कर दिया। मौसी ने मेरी तरफ देखा और …

मेरे चारों बच्चे मेरी जान-8

मेरे काफी ज़ोर देने पर उसने कहा,”यहाँ पास में लोकल दवाई की एक दुकान है, जो पुरे गोवा में फेमस है। वहाँ एक दवाई मिलती है जिसे वाइन के साथ खाना होता है। वो खाते ही सेक्स टाइम तीन गुना हो जाता है।” मैं उसे चूमने लगी, नीचे मेरा हाँथ गया तो पाया उसका लंड …

शीला की जवानी-9

कंडोम की खासियतें देख कर ज्योति चुदाई के लिए बेचैन थी। मैंने लंड ज्योति को चूत के छेद पर रखा, और फचाक के अंदर डाल दिया। लंड पर चढ़े कंडोम ने अपना जलवा दिखाया, और ज्योति के मुंह से एक मस्ती भरी सिसकारी निकली “आह जीते, क्या लंड है तेरा।” मैंने ज्योति को पीछे से …

मेरे चारों बच्चे मेरी जान-10

“माँ, तुझे अच्छा लगा?”, अखिल ने बड़े ही प्यार से पूछा। “हाँ मेरा बेटु, मुझे बहुत अच्छा लगा।” मैंने उसे चूमते हुए जवाब दिया। “मैं तुझे ऐसे ही खुश रखूँगा माँ, मैं और भैया तुझे ऐसे ही प्यार करेंगे।” और फिर हम चूमने लगे। उसका लंड फिर से खड़ा होने लगा। अपने लौड़े की तरफ …

मेरे चारों बच्चे मेरी जान-12

मुझे बेहद मज़ा आया। अखिल ने कहा, “चल कुतिया आजा, घुटनों के बल हमारे नीचे बैठ जा। और अपने हाथ और जीभ कुतिया जैसे कर ले।” मैंने अपने हाथ को कुतिया जैसा सामने कर लिया, और जीभ खोल कर उनके लौड़े के नीचे आ गयी। मुझे लगा वो अब मुठ मार कर अपना वीर्य मेरे …

मेरे चारों बच्चे मेरी जान-13

थोड़ी देर बाद चारों बच्चे और नौकरानी मेरे कमरे में ही नाश्ता वग़ैरह लेकर आये। आरती और अभिनव आकर मेरे पास बिस्तर में चढ़ गए और मुझसे पूछने लगे कि मेरी तबियत कैसी थी और मुझे प्यार करने लगे। अभिषेक और अखिल सामने खड़े होकर मुस्कुरा रहे थे। वो दोनों भी आकर मेरे पास बैठ …

शीला की जवानी-12

पहली चुदाई में ज्योति दो बार झड़ चुकी थी, मगर मेरा लंड खड़ा ही था। ज्योति मीट और चावल गरम कर रही थी, और अगली चुदाई की बातें कर रही थी। ज्योति बोली, “चल आजा जीते, अब थोड़ा खाना खा लें I अब की चुदाई में मेरा तेरी सवारी करने का मन है।” सवारी करने …