Tag «chudai ki kahani hindi me»

मेरी मौसी और मेरी मौसेरी बहन काजल – भाग 4

मौसी सात बजे के बाद ही कपूर अंकल के घर से आयी। आते ही अपने कमरे में चली गयी और फिर करीब आठ बजे बाहर आयी – मैक्सी डाले हुए। आते ही सोफे पर पसर गयी। टांगें बीच पड़े सेंटर टेबल पर रख दीं और टीवी चालू कर दिया। मौसी ने मेरी तरफ देखा और …

मेरे चारों बच्चे मेरी जान-8

मेरे काफी ज़ोर देने पर उसने कहा,”यहाँ पास में लोकल दवाई की एक दुकान है, जो पुरे गोवा में फेमस है। वहाँ एक दवाई मिलती है जिसे वाइन के साथ खाना होता है। वो खाते ही सेक्स टाइम तीन गुना हो जाता है।” मैं उसे चूमने लगी, नीचे मेरा हाँथ गया तो पाया उसका लंड …

शीला की जवानी-9

कंडोम की खासियतें देख कर ज्योति चुदाई के लिए बेचैन थी। मैंने लंड ज्योति को चूत के छेद पर रखा, और फचाक के अंदर डाल दिया। लंड पर चढ़े कंडोम ने अपना जलवा दिखाया, और ज्योति के मुंह से एक मस्ती भरी सिसकारी निकली “आह जीते, क्या लंड है तेरा।” मैंने ज्योति को पीछे से …

मेरे चारों बच्चे मेरी जान-10

“माँ, तुझे अच्छा लगा?”, अखिल ने बड़े ही प्यार से पूछा। “हाँ मेरा बेटु, मुझे बहुत अच्छा लगा।” मैंने उसे चूमते हुए जवाब दिया। “मैं तुझे ऐसे ही खुश रखूँगा माँ, मैं और भैया तुझे ऐसे ही प्यार करेंगे।” और फिर हम चूमने लगे। उसका लंड फिर से खड़ा होने लगा। अपने लौड़े की तरफ …

मेरे चारों बच्चे मेरी जान-12

मुझे बेहद मज़ा आया। अखिल ने कहा, “चल कुतिया आजा, घुटनों के बल हमारे नीचे बैठ जा। और अपने हाथ और जीभ कुतिया जैसे कर ले।” मैंने अपने हाथ को कुतिया जैसा सामने कर लिया, और जीभ खोल कर उनके लौड़े के नीचे आ गयी। मुझे लगा वो अब मुठ मार कर अपना वीर्य मेरे …

मेरे चारों बच्चे मेरी जान-13

थोड़ी देर बाद चारों बच्चे और नौकरानी मेरे कमरे में ही नाश्ता वग़ैरह लेकर आये। आरती और अभिनव आकर मेरे पास बिस्तर में चढ़ गए और मुझसे पूछने लगे कि मेरी तबियत कैसी थी और मुझे प्यार करने लगे। अभिषेक और अखिल सामने खड़े होकर मुस्कुरा रहे थे। वो दोनों भी आकर मेरे पास बैठ …

शीला की जवानी-12

पहली चुदाई में ज्योति दो बार झड़ चुकी थी, मगर मेरा लंड खड़ा ही था। ज्योति मीट और चावल गरम कर रही थी, और अगली चुदाई की बातें कर रही थी। ज्योति बोली, “चल आजा जीते, अब थोड़ा खाना खा लें I अब की चुदाई में मेरा तेरी सवारी करने का मन है।” सवारी करने …

शीला की जवानी-15

कुछ देर चूसने के बाद नैंसी उठ खड़ी हुई। साथ ही नैंसी ने अपने पर्स में से कुछ निकाला, और हाथ में ले लिया और बोली, “चलो जीत।” हम दोनों दूसरे कमरे में चले गए। जब ज्योति के कमरे के सामने से गुज़रे तो अंदर से “हुंह ज्योति, आअह ज्योति”,  “हुंह हुंह आह आह  संधू …

मैं दादा जी की दीवानी हूँ-1

ये कहानी मेरी एक पाठिका सहेली की कहानी है, जो उसने मुझे संपादन करने की रिक्वेस्ट की। आगे की कहानी उसी की ज़ुबानी। मेरा नाम शिखा है, और मैं 25 साल की हूँ। मैं जबलपुर की रहने वाली हूँ, और एक आर्मी फैमिली से आती हूँ। मेरे परिवार में मैं, मेरे पापा, मेरी माँ, मेरा …

शीला की जवानी-17

पिछली रात की धुआंधार चुदाई की थकान से नींद तो बढ़िया आयी थी। सुबह उठा तो ज्योति ने ऊपर चाय के लिए बुला लिया। मैं ऊपर चला गया, शीला और ज्योति नहा चुकी थी। शीला चाय बना रही थी, और ज्योति सोफे पर बैठी थी। मैं भी ज्योति के पास ही बैठ गया। शीला चाय …