रजनी की चुदाई उसी की जुबानी भाग-23
करनाल में पांचवें दिन की मस्त रात और छटा दिन सरोज बेड के किनारे पर घुटनों और कुहनियों के बल उकडू हो कर बैठ गयी और चूतड़ पीछे की तरफ कर के उठा दिए। “चूत का गुलाबी छेद सामने दिखाई दे रहा था”। सरोज की देखादेखी हम भी वैसे ही बैठ गयीं – उकडू – …